ईरान के कासिम सुलेमानी की नई दिल्ली और लंदन तक में आतंकवादी षडयंत्रों को रचने में भूमिका

 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 2012 दिल्ली (Delhi) में हुए बम धमाके के बारे में बड़ा खुलासा किया है। बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी (Qassem Soleimani ) को लेकर खुलासा करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि सुलेमानी दिल्ली में साल 2012 में हुए बम धमाके के लिए जिम्मेदार था। ट्रंप ने कहा कि कासिम सुलेमानी ने निर्दोष लोगों को मारने को अपना जुनून बना लिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सुलेमानी को मारने को लेकर मिसाइल हमले के बारे में बोलते हुए कहा, आज हम सुलेमानी के अत्याचारों से डरे पीड़ितों को याद कर रहे हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। हमें यह जानकर सुकून मिलता है कि उसके आतंक का शासन खत्म हो गया है।


फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में संवाददाताओं से बात करते हुए से कहा डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 'इराक में अमेरिका को निशाना बनाकर कई रॉकेट हमले किए गए जिनमें एक अमेरिकी व्यक्ति की मौत हो गई और अमेरिका के चार सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।  इसके अलावा बगदाद में हमारे दूतावास पर हिंसक हमला सुलेमानी के आदेश पर किया गया था।' उन्होंने कहा, 'सुलेमानी ने अपने बुरे इरादों से निर्दोष लोगों को मरवाया और नयी दिल्ली एवं लंदन तक में भी आतंकवादी हमलों के षड्यंत्र में भूमिका निभाई। आज हम सुलेमानी की क्रूरता का शिकार हुए लोगों को याद करते हैं और उन्हें सम्मान देते हैं। हमें इसमें शांति मिलेगी कि उसके आतंकवाद का शासनकाल अब खत्म हो गया।


हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत में सुलेमानी के हमले के बारे में कुछ स्पष्ट नहीं किया लेकिन आशा जताई जा रही है कि उन्होंने नई दिल्ली में 2012 की उस घटना को याद किया है जिसमें एक इजरायली डिप्लोमैट की पत्नी को निशाना बनाया गया था। उस वारदात में तेल येहूशुआ नाम की महिला जख्मी हुई थी जिसका ऑपरेशन कर उसके शरीर से छर्रे निकाले गए थे। इस महिला के साथ उस गाड़ी का ड्राइवर भी जख्मी हुआ था जो गाड़ी चला रहा था। नई दिल्ली की यह घटना 13 फरवरी 2012 की है जिसमें कार में एक चुंबक के सहारे बम पहले ही फिट कर दिया गया था।


अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि सुलेमानी पश्चिम एशिया को पिछले 20 वर्षों से अस्थिर करने के लिए आतंकी गतिविधियों में शामिल था। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने शुक्रवार को जो किया उसे वह बहुत पहले कर देना चाहिए था और इससे काफी जिंदगियां बचाई जा सकती थी। हाल ही में सुलेमानी ने ईरान में प्रदर्शनकारियों का क्रूरता से दमन किया। ईरान के साथ बढ़ रहे तनावों पर ट्रंप ने कहा कि सुलेमानी की मौत से युद्ध नहीं शुरू होगा। उन्होंने कहा कि 'कल रात हमने युद्ध रोकने के लिए कार्रवाई की. हमने युद्ध शुरू करने के लिए कार्रवाई नहीं की। वे बेहतरीन लोग हैं और अभूतपूर्व विरासत वाले हैं और उनकी क्षमताएं असीमित हैं। हम शासन में बदलाव नहीं चाहते।' वहीं यूरोपीय संघ में विदेश मामलों के मंत्री जोसेप बॉरेल ने शुक्रवार को कहा कि इराक में हिंसा का चक्र नियंत्रण से बाहर हो जाए, उससे पहले ही उसे रोक देना चाहिए।


अमेरिकी ड्रोन ने कहा कि हमले में मारे गए ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की नई दिल्ली और लंदन तक में आतंकवादी षडयंत्रों को रचने में भूमिका थी। डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी जनरल सुलेमानी को निशाना बनाकर हमला करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि आतंकवाद का शासनकाल खत्म हो गया। जनरल सुलेमानी ईरान के अल-कुद्स बल के प्रमुख थे। शुक्रवार को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से रवाना हुए उनके काफिले पर किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में वह मारे गए। हमले में ईरान के शक्तिशाली हशद अल-शाबी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख और कुछ अन्य ईरान समर्थित स्थानीय मिलिशिया भी मारे गए